1- क्या हमने आपके सीने को कुशादह नही कर दिया।
2- और क्या हमने आपके (उस) बोझ को नही उतार लिया।
3- जिस ने आप की कमर तोड़ रक्खी थी।
4- और आपके ज़िक्र को बलन्द कर दिया।(चारो ओर फैला दिया)
5- बेशक परेशानियों के साथ आराम भी है।
6- हाँ हर सखती के साथ आसानी भी है।
7- जब आप(मुहिम कामों से) फ़ारिग हो जायें तो नस्ब करे।
8- और अपने पालने वाले की तरफ़ रुख करें।