1- एक पहर चढ़े दिन की क़सम।
2- और क़सम है रात की जब वह फैल जाये।
3- आपके पालने वाले ने न आपको छोड़ा है और न आपसे नाराज़ हुआ है।
4- और आखिरत(परलोक) तुम्हारे लिए दुनियाँ से कहीं बेहतर है।
5- और जल्दी ही आपका पालने वाला (अल्लाह) आपको इतना अता करेगा कि आप खुश हो जाओगे।
6- क्या उसने तुमको यतीम पाकर पनाह(शरण) नही दी।
7- और क्या तुमको गुम पाकर मंज़िल तक नही पहुँचाया।
8- और तुमको ग़रीब देख कर मालदार नही बनाया।
9- अब तुम यतीम पर क़हर न करना।
10- और फ़ख़ीर को मत झिड़कना।
11- और अपने पालने वाले की नेअमतों का ज़िक्र करते रहना।