100 सूरए आदियात का अनुवाद

शुरू करता हूँ अल्लाह के नाम से जो रहमान और रहीम है।

1- तेज़ रफ़्तार दौड़ते हुए घोड़ों की क़सम।

2- जो टाप मार कर चिंगारियाँ उड़ाते हैं।

3- और सुबह के वक़्त हमला करते हैं।

4- फिर ग़ुबारे जंग उड़ाते हैं।

5- और दुशमन के लश्कर मे घुस जाते हैं।

6- इसमें कोई शक नही है कि इंसान अपने पालने वाले के लिए बड़ा ना शुक्रा है।

7- और वह खुद भी इस बात का गवाह है।

8- और वह माल से बहुत मुहब्बत करता है।

9- क्या वह नही जानता कि जब मुर्दों को कब्रों से निकाला जायेगा।

10- और दिलों के राज़ों को ज़ाहिर कर दिया जायेगा।

11- बे शक उनका पालने वाला (अल्लाह) उस दिन उनके हालात से पूरी तरह बाखबर होगा।